House wife ya kahu house manager - Hindi Kavita - Hard Working Mother’s- Poem on Mother - Maa ka lockdown
House wife ya kahu house manager
सबके लिए लॉकडाउन था पापा , भाई और मेरे लिए,
बस मां के लिए कुछ नया नहीं था और उन सभी हाउस वाइफ के लिए जो केवल सारा जीवन घर की 4 दिवारी में निकाल देती है।
हम लोग मिस कर रहे थे , दोस्तों को , दफ्तर को,
और मचल रहें थे बाहर जाने को पर मां ख़ुश थी
उनके सामने हम तीनों एक साथ थे ,
सन्डे सुबह जब सब आराम कर रहे थे तो रोज़ की तरह
सबसे पहले उठ कर वहीं रोज़ वाले काम कर रही थी
और ना जाने कितने सालों से बस यही रूटीन रखा हुआ है, उनकी लाइफ में तो वीकेंड आया ही नहीं।
सच में आप सभी हाउस वाइफ का कोई मुक़ाबला नहीं कर सकता आप लोगो ने मकान को घर बनाया है , अपने प्यार और मेहनत से सबको जोड़े रखा है ।
दिल से शुक्रिया।
-सिद्धार्थ श्रीवास्तव
—Gold Poem

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